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बारिश के दिनों में फंगल इन्फेक्शन से बचने के लिए आवश्यक टिप्स: छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

बरसात के मौसम में छात्रावासियों के लिए फंगल संक्रमण से बचने के उपाय

  • फंगल इन्फेक्शन बरसात के दिनों में भारत में सबसे तेजी से फैलने वाला इंफेक्शन होता है और अगर बात करें भारतीय छात्रों की तो जो छात्र हॉस्टल में एक साथ रहते हैं उनमें ये  समस्या ज्यादा देखने को मिलती है क्योंकि एकसाथ रहने के कारण छात्र अपनी वस्तुओं को एकदूसरों के साथ साझा करते हैं जैसे कि टॉवल,कपड़े व अन्य सामग्री का साझा करना।
  • फंगल इन्फेक्शन होने का मुख्य कारण “गीले कपड़ों को साझा करना और शरीर एवं अपने चारों ओर के एरिया को नमी युक्त रखना” है।

फंगल इन्फेक्शन बचने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें –

  • सबसे पहले अपने कपड़ों को नमी मुक्त रखें  यानी की कपड़ों में किसी भी प्रकार की नमी नहीं होना चाहिए और विशेष कर वह कपड़े जिसे आप लंबे समय तक पहने रहते हैं जैसे कि बनियान, अंडरवियर आदि।
  • आप अपने दोस्त को टॉवल साझा न करें और विशेषकर गीला टॉवल, क्योंकि टॉवल गीला होने के कारण इन्फेक्शन और तेजी से ट्रांसफर होता है और फंगल इन्फेक्शन की खासियत है कि वह नमी में ज्यादा पनपता है और नमी युक्त चीजों को होस्ट के तौर अपना लेता है।

अपने रूम और नजदीकी एरिया को नमीमुक्त (सूखा) रखें।  

  • अपने चारों ओर के एरिया को भी नमी मुक्त बनाएं रखें अथवा जहां आप रहते हैं और आपके रूम के बाहर का जो एरिया है उसे भी नमी मुक्त करके रखें क्योंकि अगर नमी चारों नहीं होगी तो फंगल इंफेक्शन से आप काफी दूर रहोगे।
  • हमारे शरीर का जो हिस्सा गीला होता है वह हिस्सा भी फंगल इन्फेक्शन के लिए होस्ट के तौर पर काम करता है जैसे कि हमारे पैर,गुप्तांग, अंडर आर्म गर्दन आदि, यह वह जगह है जो अगर गीली हो जाती है अथवा इसमें नमी हो जाती है तो लंबे समय तक बनी रहती है जोकि इन्फेक्शन को बढ़ावा देता अथवा आप अपने पैरों और अंडर आर्म को हमेशा सूखा रखें।

नमी मुक्त एवं मॉइश्चर body parts

  • आपने अभी तक ऐसा होगा कि पाउडर को गर्मियों में लगाया जाता है लेकिन आपके लिए यह जानना जरूरी है कि अगर आप ऐसे एरिया मैं रहते हैं जहां नामी ज्यादा है अथवा आप अपने शरीर को भी पूर्णतः नमी से मुक्त नहीं कर पाते तो बरसात के दिनों में पाउडर का भी उपयोग करे। आप अपने अंडर आर्म,गुप्तांग तथा पैरों में भी पाउडर लगा सकते हैं पाउडर लगाने का तरीका आसान है। सबसे पहले आप साफ कपड़े से अपने शरीर को सुखा लें जब शरीर से नमी गायब हो जाए तब आप पाउडर अप्लाई करें।
  • ध्यान रहे उंगलियों के बीच की जगह को हमेशा नमी मुक्त रखना चाहिए। क्योंकि यह जगह वो है जिसके बारे में सभी लोग बात नहीं करते लेकिन ज्यादातर इंफेक्शन इसी एरिया से शुरू होता है क्योंकि यह जगह ढकी रहती है और अगर इनके अंदर नमी है तो लंबे समय तक में नमी बनी रहती है।

 हम इसे आसानी  से देख भी नहीं पाते इसलिए उंगलियों के बीच वाले स्थान को हमेशा नामी मुक्त रखें आप दिन में तीन से चार बार सूखे कपड़े से इस हिस्से को साफ कर सकते हैं।

कपड़ों को hot treatment देना

  • कपड़े धोने के बाद इसे तेज रूप में सुखाएं, लेकिन वर्षात के मौसम में तेज धूप कई दिनों तक नही निकलती इसलिए आप कपड़ों पर प्रेस करके हॉट ट्रीटमेंट दें। मुख्यता अपने अंडरगारमेंट,बनियान,टॉवल,बेडशीट तथा कंबल को।

प्रेस करने से नमी खत्म हो जाती साथ ही इन्फेक्शन का खतरा भी खत्म हो जाता है।

  • गर्म हवा भी नमी को दूर करने में काफी अच्छा परिणाम देती है और hot treatment देने का यह सबसे आसान तरीका है।

अपने कपड़ों पर प्रेस करना बेहद आसान है लेकिन कंबल जैसे भारी कपड़ों पर प्रेस करना उचित नहीं है तो इसके लिए आप hairdryer को इस्तेमाल में ले सकते हैं। इसे निकलने वाली hot hair कंबल को आसानी से सुखा सकती है और पूरी तरह से नमी मुक्त भी कर सकती है।

नाखून काटना

  • अपने पैरों और हाथों के नाखूनों को हमेशा काट कर रखें क्योंकि जब आप बाहर जाते हैं तो तमाम प्रकार के बैक्टीरिया पैरों और हाथों के नाखूनों के बीच अपनी जगह बनाकर जीवन यापन करने लगते और फंगस भी इसी बीच रुक कर पूरे शरीर में इन्फेक्शन फैला सकती है।

बचाव के अन्य तरीके।

  • इंफेक्शन से संबंधित किसी भी प्रकार के लक्षण दिखने पर सावधानी बरतनी चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए।
  • इस rainy season में हमे अपने शरीर के immune system पर भी ध्यान देना आवश्यक है।
  • कीचड़ में जाने से बचें।
  • अधिक नमी होने पर heater का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
  • छोटे बच्चों और बुजुर्ग पर खास ध्यान देना चाहिए।
  • पोष्टिक भोजन करना चाहिए।
  • इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए प्रतिदिन योग जरूर करें।
  • अगर ज्यादा देर तक पानी में रहने से तलवों की dead skin सफेद रंग में उभरती हुई दिखाई पड़े तो तुरंत उसे साफ कर पूरी तरह से सुख लेना चाहिए।
  • antifungal powder को अपने घर में जरूर रखें एवं लक्षण दिखने पर अप्लाई करें।

Disclaimer: उपरोक्त लेख पाठकों की सूचना एवं जानकारी हेतु दिया गया है। हमारी कोशिश है कि हर लेख संपूर्ण और सटीक हो और इसके लिए सभी संभव उपाय किए गए हैं। मनकामित्र इस लेख की सटीकता की ज़िम्मेदारी नहीं लेता है। यहां मौजूद किसी भी सलाह, सुझावों को निजी स्वास्थ्य के लिए उपयोग करने से पहले चिकित्सीय परामर्श अवश्य लें।
Pic Credit- Freepik

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