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बच्चों की हाॅबी से प्यार करें (Encourage Your Child’s Hobby)

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13 साल का कार्तिक बहुत अच्छी पेंटिंग करता है। स्कूल में अकसर पेंटिंग कंपीटीशन में फर्स्ट आता है। कार्तिक की मम्मी अनीता को अपने बेटे की यह कला बहुत पसंद है। लेकिन उसके पिता इस बात से जरा खफा रहते हैं कि कार्तिक लड़कों की तरह फील्ड में अपना टैलेंट नहीं दिखाता है। दरअसल कार्तिक के पिता अपने समय के बेस्ट फुटबाॅल प्लेयर थे। लेकिन घरवालों के प्रेशर के चलते वे फुटबाॅल में अपना करियर नहीं बना पाए। अगर घर से सपोर्ट मिलता तो शायद वे नामी-गिरामी फुटबाॅल चैंपियन होते। जबकि उनके सपने धरे के धरे रह गए। यही वजह है कि जब उनके बेटे कार्तिक का जन्म हुआ, तभी से उसके पिता ने उसे फुटबाॅल प्लेयर बनाने की ठान ली है।

कार्तिक स्कूल, ट्यूशन के साथ-साथ रेग्युलर फुटबाॅल की कोचिंग भी लेता है। ये बात और है कि कार्तिक को फुटबाॅल में जरा भी इंट्रेस्ट नहीं है। वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश करता है फिर भी टीम के टाॅप फुटबाॅल प्लेयर में अपना नाम शामिल नहीं कर पाता। जबकि पेंटिंग में वह जरा सा मन लगाता है, तो बहुत सुंदर पेंटिंग बना देता है। पेंटिंग के जरिए जैसे कार्तिक अपने मन की बात कह रहा है। जब भी वह परेशान होता है, पेंट करता है। जब भी वह खुश होता है, पेंट करता है। कार्तिक को यह पता है कि उसके पिता को जिस दिन पता चलेगा कि वह देर रात जग-जगकर अपनी अधूरी पेंटिंग्स पूरी करता है, तो डांट पड़ सकती है। फिर भी वह बेखौफ अपने शौक को पूरा करता है। पेंटिंग में जैसे उसकी जान बसती है।

जल्द ही कार्तिक का फुटबाॅल मैच होने वाला था। उसके पिता चाहते थे कि फुटबाॅल टीम में कार्तिक का सेलेक्शन जरूर हो जाए। कार्तिक भी इसके लिए पुरजोर कोशिश और मेहनत करता था। कभी-कभी तो कार्तिक स्कूल से छुट्टी लेकर फुटबाॅल ग्राउंड प्रैक्टिस के लिए पहुंच जाता था। इसके बावजूद उसका सेलेक्शन नहीं हुआ। कार्तिक को अपने सेलेक्ट न होने का बहुत अफसोस हुआ। उसे यकीन था कि उसके पिता उसे डांटेंगे। लेकिन कार्तिक सोच लिया था कि अगली बार वह और मेहनत करेगा ताकि वह एक अच्छा फुटबाॅल प्लेयर बन सके।

जब अपना उदास चेहरा लेकर वह घर लौटा तो उसके पिता को समझते देर नहीं लगी कि कार्तिक का सेलेक्शन नहीं हुआ। कार्तिक का चेहरा देखकर उसके पिता गुस्से में तमतमाते हुए उठे और कार्तिक को झन्नाटेदार चाटा जड़ दिया। कार्तिक को इसकी बिल्कुल उम्मीद नहीं थी। हद तो तब हो गई जब उसके पिता कार्तिक के रूम में गए और उसकी पेंटिंग की सभी चीजों को फेंक दिया। यहां तक कि उसकी कुछ फेवरेट पेंटिंग्स को भी उसके पिता ने फाड़कर फेंक दिया। कार्तिक को उन्होंने यह धमकी भी दे दी कि आज के बाद इस घर में फुटबाॅल के अलावा कुछ और अलग नहीं किया जाएगा। पेंटिंग का नाम भी नहीं लिया जाएगा।

कार्तिक को अपने पिता से ये उम्मीद नहीं थी। उस रोज उसने खाना भी नहीं खाया बल्कि पूरी रात रोता रहा और सोया भी नहीं। ये सब घटनाएं अपनी आंखों से कार्तिक की मां अपर्णा ने देखी। जब कार्तिक के पिता गुस्से में थे, तब अपर्णा कुछ बोली नहीं। लेकिन अगली सुबह जब बिना किसी से बात किए कार्तिक स्कूल चला गया, उसके बाद अपर्णा ने अपने पति सौरव से इस संबंध में बात की। 

‘तुमने रात को जो कहा और जो किया, वो सही नहीं था।’ अपर्णा बोली।

‘पढ़ाई-लिखाई में उसका मन लगता नहीं है। जब भी देखो पेंटिंग करता रहता है। कल जो किया वो जरूरी था।’ गुस्से में सौरव ने कहा।

‘नहीं सौरव। आपको समझना चाहिए कि कार्तिक के अपने शौक हो सकते हैं। वह फुटबाॅल खेलने के लिए खेल सकता है। लेकिन तुमने उसके लिए फुटबाॅल एक मुसीबत बना दी है। अपने बच्चे के बालमन को समझो। अगर तुमने इसी तरह उस पर प्रेशर दिया तो वह दिन दूर नहीं जब वो आपसे बातचीत करना बंद कर देगा। फुटबाॅल खेलना नापसंद करेगा। यहां तक कि वह जानबूझकर ग्राउंड में बेकार परफाॅर्मेंस देगा। तब क्या करोगे?’ सवालिया अंदाज में अपर्णा ने कहा

‘तुम क्या कहना चाहती हो?’ सौरव ने सवाल किया

‘बस इतना कि अपने बेटे को प्यार से समझाओ। उसके शौक को अपनाओ। उससे और उससे जुड़ी हर चीज से प्यार करो। तभी बच्चे आपकी पसंद से प्यार करेंगे। तुम अपने शौक उसके जरिए पूरा होता देखना चाहते हो। तुम्हारी चाहत गलत नहीं है। लेकिन उसकी चाहतों को मारने का मतलब है कि तुम वही कर रहे हो जो कभी तुम्हारे साथ हुआ है। फिर शायद भविष्य में कार्तिक भी वही करे, जो आज तुम कर रहे हो।’ अपर्णा ने समझाया।

सौरव अपर्णा की बात सुनकर खामोश हो गया। लेकिन वह जान गया कि बच्चे के शौक को महत्व देना जरूरी है। उसके शौक को प्यार करना जरूरी है। तभी बच्चे अपने पैरेंट्स की चाहतों और जरूरतों को समझ सकते हैं।

Disclaimer : उपरोक्त लेख पाठकों की सूचना एवं जानकारी हेतु दिया गया है। हमारी कोशिश है कि हर लेख संपूर्ण और सटीक हो और इसके लिए सभी संभव उपाय किए गए हैं। मनकामित्र इस लेख की सटीकता की ज़िम्मेदारी नहीं लेता है। यहां मौजूद किसी भी सलाह, सुझावों को निजी स्वास्थ्य के लिए उपयोग करने से पहले चिकित्सीय परामर्श अवश्य लें।
Image Credit – freepik

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