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पति-पत्नी के बीच विश्वास बढ़ाने के 4 उपाय (4 smart ways to build trust in a marriage)

4 smart ways to build trust in a marriage

पति-पत्नी के रिश्ते को कामयाब उनके बीच मौजूद भरोसा ही बनाता है। भरोसे के बिना किसी भी रिश्ते की नींद नहीं रखी जा सकती है। इसलिए पति-पत्नी चाहे कितने ही तनाव से भरे क्यों न हो, उनके बीच भरोसा होना ( (pati patni me vishwas) आवश्यक है। पति-पत्नी में अरगर विश्वास नहीं है, तो उसे कमाया जा सकता है।

1. आपके शब्द और एक्शन मिलने चाहिए (let your words and actions match)

अगर आपने अपने पार्टनर को प्राॅमिस किया है कि आप उसे शाम को उसके आॅफिस से पिक करेंगे, लेकिन ऐसा करने के बजाय किसी पार्टी या अपने दोस्त के यहां चले जाते हैं, तो इससे आपके पार्टनर को दुख तो होगा ही। इसके साथ ही आपके पार्टनर को यकीन हो जाएगा कि आपकी कही गई बातों का कोई मोल नहीं है।

पार्टनर का विश्वास जीतना है तो सबसे पहले अपनी कही गई बातों पर ध्यान दें, उस पर अमल करें। आपकी बातें और आपकी एक्टिविटी एक-दूसरे को मेल खानी चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो पार्टनर का आप पर विश्वास कभी नहीं बन पाएगा।

जैसे उदाहरण के तौर पर इस बात को समझें कि यदि आ अपने पार्टनर को बात-बात पर आई लव यू तो कहते हैं, लेकिन उनका सम्मान नहीं करते, आस-पास के लोगों के सामने उनकी बेजती कर बैठते हैं, तो जाहिर है कि आप कह कुछ रहे हैं, जिनका असर जिंदगी से कोई सरोकार नहीं है।

इसी तरह आपकी कही गई हर बात पर आपके पार्टनर को तभी भरोसा आएगा, जब आपका कहा हुआ और किया हो, एक-दूसरे को सपोर्ट करते नजर आएंगे।

इस बात का भी ध्यान रखें कि कई बार तो कह दिया गया है, वह किया नहीं जाता। मतलब कहने का यह है कि अगर आपके पार्टनर ने आपको कहा है कि आपके साथ लेट नाइट राइड पर जाएंगे, लेकिन ऑफिस में उन्हें अचानक ओवर टाइम करना पड़ रहा है। इस तरह की सिचुएशन का भी ध्यान रखें।

कई बार आपको मजबूरी में अपनी बातों से पलटना पड़ता है। लेकिन आपके साथ जो भी स्थिति है, उस संबंध में अपने पार्टनर को हमेशा अवगत कराए रखें। विश्वास बना रहेगा।

2. अपने वायदे पूरे करें (keep your promises)

जो कह दिया, वही कर दिया जाए, यह जरूरी नहीं है। ठीक यही बात आपको ऊपर भी बताई गई है। यकीन मानिए, रिश्ते को निभाने में आपके वायदे बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर आप अपने पार्टनर से किया गया हर वायदा तोड़ देते हैं, तो उन्हें यकीन हो जाएगा कि आप वायदे सिर्फ करने के लिए करते हैं। इनका असल जिंदगी से कोई लेना देना नहीं है।

आपके वायदे तोड़ने की आदत आपकी शादी-शुदा जिंदगी पर भी असर डाल सकती है। अगर आप चाहते हैं कि अपने रिश्ते को मजबूत बनाएं। उसमें भरपूर प्यार हो तो वायदों को निभाएं।

लेकिन वायदे करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें जैसे अगर आप कोई वायदा पूरा नहीं कर सकते हैं, तो ऐसे वायदे न करें। आप जिन चीजों को असल जिंदगी में कर सकते हैं, उस पर ही बात करें। उन्हीं बातों का वायदा करें। जिन बातों को आप निभा सकते हैं।

वायदे करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें-

  • आप अपने पार्टनर के लिए क्या करना चाहते हैं।
  • कुछ भी वायदा करने से पहले डिसाइड करें कि क्या आप उन्हें पूरा कर सकते हैं।
  • क्या आपने जो वायदा किया है, उसके लिए पैसा, टाइम और एनर्जी तीनों लगेंगे।
  • इन बातों को ध्यान में रखकर ही वायदा करें।

3. ईमानदार रहें (be honest)

रिश्ते के प्रति ईमानदारी बहुत जरूरी है। अगर आप अपने पार्टनर के प्रति ईमानदार नहीं है तो विश्वास कभी नहीं बनेगा। रिश्ते को ईमानदारी से निभाना आपकी आदत होनी चाहिए। अगर आप अपने पार्टनर से बात-बात पर झूठ बोलते हैं यकीन मानिए, आपका झूठ कभी न कभी सामने आ ही जाता है। लगातार झूठ बोलने की आदत रिश्ते को झकझोर कर रख देती है।

यह भी सच है कि कई बार पार्टनर से झूठ बोलना पड़ता है, क्योंकि कुछ सच बहुत खराब और कड़वे होता है। लेकिन इसके बावजूद यह ध्यान रखें कि सच, सच होता है। भले झूठ के बलबूते कुछ दिनों के लिए आपकी गृहस्थी में रोशनी चमकने लगी है। लेकिन कुछ समय बात सच सामने आ ही जाता है।

यही वजह है कि तमाम विशेषज्ञ भी यह बात कहते हैं कि अपने रिश्ते को ईमानदारी से निभाएं। लेकिन यह भी ध्यान रखें कि ताली एक हाथ से नहीं बजती है। अगर आपके पार्टनर ने हिम्मत करके कोई सच बोला है तो उसको एप्रिशिएट करें। सच बुरा था, तो सुनते ही पार्टनर पर बरसे नहीं। इससे उनका आत्मविश्वास डगमगाने लगेगा।

ईमादार रहना तभी अच्छा लगता है, जब उसकी सरहाना की जाए। वैसे तो ईमानदारी को सरहाना की जरूरत नहीं होती है। ईमानदारी आदत होती है। लेकिन कोई तारीफ कर दे तो अच्छा लगता है।

इसी तरह यदि पति-पत्नी के बीच झगड़ा हो जाए। ऐसे में जिसकी भी गलती है, उसे ईमानदारी से अपनी गलगती स्वीकार कर लेना चाहिए। रिश्ते में गर्मजोशी बनाए रखने के लिए यह जरूरी फैक्टर है।

4. पार्टनर के साथ खुलकर बात करें (be open with your spouse)

जिसे आप प्यार करते हैं, उसके साथ हर बात शेयर करना चाहते हैं। उसके दिल की हर बात जानना चाहते हैं, अपने दिल की हर बात बताना चाहते हैं। इसलिए कहते हैं कि आपके रिश्ते में किसी तरह का संकोच नहीं होना चाहिए।

पति-पत्नी को चाहिए कि एक-दूसरे के साथ हर विषय पर खुलकर बात करें। कभी यह न सोचें कि पार्टनर क्या कहेगा या क्या सोचेगा? क्योंकि आपके पार्टनर इस पूरी दुनिया में अकेले ऐसे शख्स हैं, जो आपकी हर बात सुनने के लिए मौजूद हैं।

ध्यान रखें कि रिश्ते में बोलने से ज्यादा सुनना मायने रखता है। अगर आपको यह अहसास हो जाए कि आपका पार्टनर आपकी बातों को महत्व नहीं देता है तो यकीनन वह अपनी बातें शेयर करने से बचने लगेगा।

जाहिर है रिश्ते में जब एक-दूसरे से बातचीत छिपाने लगें तो दिक्कतें बढ़ने लगती हैं। इसलिए पार्टनर से कोई बात कभी छिपाए नहीं। कोशिश करें कि हर बात एक-दूसरे के साथ शेयर करें। खुलकर बात करें। किसी तरह का संकोच न रखें।

Disclaimer : उपरोक्त लेख पाठकों की सूचना एवं जानकारी हेतु दिया गया है। हमारी कोशिश है कि हर लेख संपूर्ण और सटीक हो और इसके लिए सभी संभव उपाय किए गए हैं। मनकामित्र इस लेख की सटीकता की ज़िम्मेदारी नहीं लेता है। यहां मौजूद किसी भी सलाह, सुझावों को निजी स्वास्थ्य के लिए उपयोग करने से पहले चिकित्सीय परामर्श अवश्य लें।
Image Credit – https://www.pexels.com/

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